शनिवार के दिन शनिदेव की आराधना से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि के कारण अशुभ योग बन रहे हैं या फिर साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या के कारण हर काम में उसे असफलता प्राप्त हो रही है, तो कुछ आसान उपाय करके शनिदेव को मनाया जा सकता है। इसके साथ ही बुरा वक्त भी खत्म हो जाता है।
1. शनिवार को करें पीपल की सेवा
पीपल का पेड़ प्राचीन काल से ही पूजनीय रहा हैं। पीपल के दर्शन-पूजन से दीर्घायु और समृद्धि प्राप्त होती है। शनिवार को पीपल की पूजा का अलग ही महत्व हैं। शनिवार के दिन पीपल की सेवा से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनिवार को पीपल के वृद्ध की पूजन और सात परिक्रमा लगाने व काले तिल डालकर सरसों के तेल का दीपक जलाकर छायादान से शनि पीड़ा खत्म होती है।
2-मंगलवार और शनिवार को हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
3-रोजाना हनुमान जी की आराधना और हनुमान चालिसा पाठ करें।
4-हर शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनि महाराज को तेल अर्पित करें।
5-अपने पास एक चांदी का टुकड़ा हर वक्त रखें।
6-घर की छत पर किसी भी प्रकार का पुराना सामान नहीं रखना चाहिए।
7-मकान में चांदी की एक छोटी ईंट रखें।
8-घर के आखिरी हिस्से में खिडक़ी न लगवाएं।
9-रोटी पर सरसों का तेल लगाकर गाय को खिलाएं।
10-स्वयं के मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं।
11—रोज शिव जी के दर्शन करें और शिव लिंग को जल अर्पित करें।
12-ब्राह्मण या जरुरतमंद व्यक्ति को दान दें।
-ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी
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