कानपुर। एशियन गेम्स 2018 के 10वें दिन भारत के खाते में एक सिल्वर मेडल आ गया। महिला बैडमिंटन फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला शटलर पीवी सिंधू को रजत पदक मिला। सिंधू अगर यह मैच जीत जातीं तो उन्हें गोल्ड मेडल मिलता। मगर फाइनल भिड़ंत में सिंधू को चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग ने कड़ी टक्कर दी और सिंधू स्वर्ण पदक से चूक गईं। आपको बता दें कि यिंग वही खिलाड़ी हैं जिन्होंने सेमीफाइनल में भारत की सायना नेहवाल को हराकर फाइनल में इंट्री मारी थी और अब उन्होंने भारत की ही सिंधू को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया।
चीनी ताइपे की खिलाड़ी से ऐसे हारीं सिंधू
यिंग ने शुरुआत से ही सिंधु पर दबाव बनाना जारी रखा हुआ था। यिंग ने पहले ही सिंधु को 5-0 से पछाड़ दिया। अपनी फुर्ति से सिंधु के खिलाफ आक्रामक खेल खेलते हुए चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने पहला गेम केवल 16 मिनटों के भीतर 21-13 से जीत लिया। दूसरे गेम में भी सिंधु को यिंग के खिलाफ कमजोर देखा गया। वह 9-6 से पिछड़ रही थीं। इस बीच, सिंधु ने एक अंक लेकर यिंग की बढ़त को कम करने की कोशिश की लेकिन वह असफल रही और दूसरा गेम 18 मिनटों में 16-21 से हार गई।
सिंधू ने रचा इतिहास
भारतीय खिलाड़ी सिंधु भले ही स्वर्ण से चूक गई हो, लेकिन उन्होंने एक नई उपलब्धि अपने नाम की है। वह एशियाई खेलों में इस प्रतियोगिता की किसी भी स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं।
भारत के खाते में कुल 45 पदक
18वें एशियन गेम्स को शुरु हुए 10 दिन हो गए और अब तक भारत के खाते में कुल 45 पदक आ गए हैं। इसमें से 8 गोल्ड, 16 सिल्वर और 21 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। यह टूर्नामेंट अभी तीन दिन और चलेगा। उम्मीद है कि भारतीय खिलाड़ी पदकों की हॉफसेंचुरी लगा दें।
कोहली से ज्यादा हैंडसम और स्टाईलिश हैं एशियम गेम्स में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा
एशियन गेम्स में एक दूसरे को चीयर कर रहे भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ी