कानपुर। ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड के बीच जारी एशेज सीरीज 2019 का चौथा टेस्ट ओल्ड ट्रेफर्ड में खेला जा रहा। बुधवार को टेस्ट मैच का पहला दिन था। इस मैच में वो सब कुछ देखने को मिला, जो शायद क्रिकेट इतिहास में दशकों में देखने को मिलता है। दरअसल बीच मैच में अंपायरों ने स्टंप से बेल्स हटाने का डिसीजन लिया और फिर बाकी मैच ऐसे ही खेले गया। ये वाक्या हुअा ऑस्ट्रेलियाई पारी के 32वें ओवर में, उस वक्त गेंद इंग्लिश गेंदबाज स्टुअर्ट ब्राॅड के हाथों में थी। ब्राॅड ने अभी रनअप लेना शुरु ही किया था कि एक बीच बाॅल मैदान में घुस आई। यह गेंद उड़ते हुए पिच तक पहुंच गई जहां स्मिथ ने उसे बैट से शाॅट लगाया।
तेज हवा के चलते नहीं टिकी बेल्स
मैदान में तैनात सिक्योरिटी गार्ड इस गेंद को लेने अंदर आए। तभी एक प्लाॅस्टिक बैग उड़ता हुए मैदान में आ गया। दरअसल यह सब तेज हवाओं के चलते हो रहा था। इस बीच खेल रोक दिया गया क्योंकि तेज हवा के चलते स्टंप की बेल्स पर टिक नहीं पा रही थी। बेल्स को बार-बार गिरता देख फील्ड अंपायर कुमार धर्मसेना और माॅरिस इरेसमस ने बेल्स हटाने का डिसीजन लिया। फिर दोनों छोर से बेल्स हटा दी गई और बाकी मैच ऐसे ही खेला गया।
क्या कहता है आईसीसी का नियम
अंपायरों द्वारा लिया गया ये फैसला आईसीसी के नियम के मुताबिक था। नियम 8.5 के अनुसार, मैदान में मौजूद अंपायर अगर जरूरत समझें तो बेल्स को हटा सकते हैं। अगर वे आपस में सहमत हो जाते हैं तो दोनों छोर के स्टंप से बेल्स हटा दी जाती है। इन गिल्लियों को वापस तभी लगाया जाता है जब स्थिति सामान्य हो जाए।' बता दें स्टंप से बेल्स हटाने के फैसले से इंग्लिश कप्तान जो रूट और स्टुअर्ट ब्राॅड ने नारजगी जताई थी।
Teacher's Day 2019 : कौन था टीम इंडिया का पहला कोच, ये है भारतीय क्रिकेट टीम के गुरुओं की फौज
Cricket News inextlive from Cricket News Desk