कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Asad Ahmed Encounter : गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद के बेटे असद व उसके साथी शूटर गुलाम को गुरुवार को झांसी में यूपीएसटीएफ की टीम ने मार गिराया। ऐसे में पोस्टमार्टम के बाद उनके शवों को शुक्रवार को सपुर्द-ए-खाक किया जाना है। हालांकि इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि शूटर गुलाम की मां ने उसका शव लेने से इंकार कर दिया। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक गुलाम की मां खुशनुदा ने कहा कि सरकार द्वारा की गई कार्रवाई बिल्कुल सही है। सभी गैंगस्टर और अपराधी इससे सबक लेंगे। मुझे नहीं पता था कि वह (मेरा बेटा) गैंगस्टर अतीक अहमद के लिए काम करता था। मैं उसका शव नहीं लूंगी। इसके साथ ही कहा कि हो सकता है कि उसकी पत्नी उसके शव को ले।
#WATCH | Prayagraj, UP: "The action taken by the government is absolutely correct. All gangsters and criminals will take a lesson from this. I had no idea that he (my son) used to work for gangster Atiq Ahmed. I will not receive his body, maybe his wife will receive it," says… pic.twitter.com/9oqwnwYd2i
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2023
पुलिस ने दोनों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की थी
बता दें कि गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम के बीच झांसी में हुई मुठभेड़ के तुरंत बाद दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की थी। पुलिस ने कहा कि उन्हें 13 अप्रैल को एक मुखबिर द्वारा बताया गया था कि असद और गुलाम झांसी में हैं। इसके बाद उन्हें पकड़ने का प्लान किया गया था। उमेश पाल हत्याकांड में असद और गुलाम दोनों के सिर पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था।
एक अन्य कथित शूटर साबिर की भी तलाश जारी
2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके सुरक्षा गार्ड राघवेंद्र सिंह और संदीप निषाद की 24 फरवरी को धूमनगंज में घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गुरुवार की मुठभेड़ के साथ उमेश पाल की हत्या से जुड़े चार लोगों को अब तक मार गिराया गया है। पुलिस अभी भी गुड्डू मुस्लिम की तलाश कर रही है, जिसने कथित तौर पर बम फेंका था। इसके अलावा एक अन्य कथित शूटर साबिर की भी तलाश जारी है।
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