अयोध्या (पंकज अवस्थी)। साथ ही लोगों के जहन में यह कौतूहल जरूर होगा कि आखिर सैक ड़ों वर्षों के इंतजार के बाद जो राम मंदिर बनेगा वह भीतर से देखने में कैसा होगा। तो आइये हम आपको बताते और दिखाते हैं कि श्रीराम मंदिर के बारे में वह जानकारी जिससे आप अब तक अनजान हैं। पेश है अयोध्या स्थित श्रीराम जन्म भूमि मंदिर कार्यशाला से विशेष रिपोर्ट...

128 फीट ऊंचा होगा राम मंदिर

अयोध्या में प्रस्तावित श्री राम मंदिर की जमीन से गर्भगृह के शिखर तक ऊंचाई 128 फीट होगी। साधारण शब्दों में कहें तो यह मंदिर करीब 13 मंजिला इमारत के बराबर ऊंचा होगा। सोमनाथ की तर्ज पर राजस्थानी लाल पत्थरों में नक्काशी करके तैयार होने वाले इस मंदिर की लंबाई 268.5 फीट होगी जबकि, चौड़ाई 140 फीट। मंदिर पांच भागों में विभक्त होगा अग्रभाग, सिंह द्वार, नृत्यमंडपम, रंग मंडपम और गर्भगृह। इसी गर्भगृह में रामलला विराजेंगे। मंदिर में 212 स्तंभ होंगे, पहली मंजिल में 106 स्तंभ जिनकी ऊंचाई 16 फीट 6 इंच जबकि, दूसरी मंजिल में भी 106 स्तंभ होंगे जिनकी ऊंचाई 14 फीट 6 इंच होगी। हर एक स्तंभ में 16 मूर्तियां होंगी। परिक्रमा मार्ग का पहला चबूतरा 8 फीट ऊंचा और 10 फीट चौड़ा होगा। दूसरा चबूतरा 4 फीट 9 इंच चौड़ा होगा, जिस पर स्तंभों की शुरुआत होगी।  पहली मंजिल 18 फीट, दूसरी मंजिल 15 फीट 9 इंच और उसके ऊपर 16 फीट 3 इंच की पेटी लगेगी। पेटी के ऊपर 65 फीट 3 इंच ऊंचा शिखर होगा।

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर कार्यशाला में बढ़ाए गए कारीगर,नक्काशी की आकर्षक छटा देख हो उठेंगे मंत्रमुग्ध

प्रस्तावित मंदिर से जुड़े तथ्य

- मंदिर की गर्भगृह के शिखर तक ऊंचाई 128 फीट होगी

- मंदिर की लंबाई 268।5 फीट होगी जबकि, चौड़ाई 140 फीट

- मंदिर पांच भागों में विभक्त होगा, अग्रभाग, सिंह द्वार, नृत्यमंडपम, रंग मंडपम और गर्भगृह

- मंदिर में 212 स्तंभ होंगे, पहली मंजिल में 106 स्तंभ जिनकी ऊंचाई 16 फीट 6 इंच होगी।

- दूसरी मंजिल में भी 106 स्तंभ होंगे जिनकी ऊंचाई 14 फीट 6 इंच होगी। हर एक स्तंभ में 16 मूर्तियां होंगी

- परिक्रमा मार्ग का पहला चबूतरा 8 फीट ऊंचा और 10 फीट चौड़ा होगा

- दूसरा चबूतरा 4 फीट 9 इंच चौड़ा होगा, जिस पर स्तंभों की शुरुआत होगी।

- पहली मंजिल 18 फीट, दूसरी मंजिल 15 फीट 9 इंच और उसके ऊपर 16 फीट 3 इंच की पेटी लगेगी।

- पेटी के ऊपर 65 फीट 3 इंच ऊंचा शिखर होगा।

- बकाया 40 प्रतिशत पत्थर तराशी का काम अगले तीन महीने में पूरा करने पर जोर

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गुजरात से बुलाए गए कारीगर

श्री राम जन्मभूमि मंदिर कार्यशाला के सह प्रभारी हनुमान प्रसाद यादव बताते हैं कि फिलवक्त यहां पर पत्थर तराशने के लिये 10 कारीगर लगे थे। यह कारीगर अन्नू भाई सोमपुरा के निगरानी में काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अब तीन महीने बाद मंदिर का काम शुरू होने की संभावना है। चूंकि अब तक 60 प्रतिशत पत्थर ही तराशे जा पाए हैं, इसलिए कारीगरों की बढ़ोतरी के लिये अन्नूभाई गुजरात से कारीगर लेने गए हुए हैं।

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भीतर से ऐसा दिखेगा श्रीराम मंदिर

- मंदिर की छत पर फूल, बेल और पत्ती की सुंदर नक्काशी की गई है। जिसे हर कोई देखता ही रह जाए।

- गर्भगृह के बीम पर कारीगरों ने सुंदर बूटियों की श्रृंखला उकेरी है।

- मंदिर में ऐसे कुल 212 स्तंभ होंगे, हर स्तंभ में भगवान की 16 मूर्तियां उकेरी जाएंगी।

- मंदिर के नींव के ऊपर इसी पत्थर की पेटी लगाई जाएगी, जिसमें बेहद आकर्षक फूल उकेरे गए हैं।

- गर्भगृह के चौखट व बाजू जहां पूरा मंदिर लाल पत्थर से बना होगा वहीं, गर्भगृह मकराना के सफेद मार्बल का होगा। इस पर बेहद सुंदर बूटियां उकेरी गई हैं।

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