मैंने स्पेन को ठुकराया
हाल ही में पब्लिश हुई बुक 'मेसी, द पेट्रिऑट' में दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मैसी ने कई ऐसी बातें कहीं हैं, जिन्हें पढ़कर शायद आपको हैरानी हो. मैसी पर अक्सर आरोप लगते रहे हैं कि वो देश से ज्यादा अपने क्लब बार्सलोना को इम्पॉर्टेंस देते हैं. इसी कारण क्लब के कंमपेरिजन में देश के लिए उनका परफॉर्मेंस फीका रहता है. मैसी ने कहा है कि देश के प्रति मेरे समर्पण पर सवाल उठने से मुझे निराशा होती है, लेकिन मैं कभी भी दूसरे देश से खेलने के बारे में नहीं सोच सकता. उन्होंने अपने दिल से बोलते हुए कहा कि जब मैं छोटा था तो मुझे अनाधिकारिक रूप से स्पेन से खेलने का प्रस्ताव मिला था, जिसे मैंने ठुकरा दिया. मैं बचपन से ही अर्जेटीना के लिए खेलना चाहता था क्योंकि मैं अपने देश से प्यार करता हूं.
दर्ज कराना चाहता हूं इतिहास में नाम
यही नहीं मैसी ने ये भी कहा कि, 'मैंने वो सब बातें सुनी और पढ़ी हैं, जिनमें मेरे राष्ट्रप्रेम पर सवाल उठाए गए हैं. लोगों ने मुझे कई बातें कहीं है जैसे कुछ कहते हैं मैं अपना नेशनल एंथम नहीं गाता, तो कुछ कहते हैं मैं देश के लिए मैच में अपना 100परसेंट नहीं देता, लेकिन यह सब गलत है. उन्होंने कहा मुझे बुरा लगता है जब अपने ही देश के लोग आपके बारे में गलत बाते करते हैं. मैं अपने देश के लिए फीफा वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास में नाम दर्ज कराना चाहता हूं, जिससे मेरे देशवासी खुश हों. अर्जेटीना मेरा देश है, मेरा परिवार है.