1990 के बाद पहली बार
गोंजालो हिग्वेन के गोल की मदद से अर्जेटीना ने बेल्जियम को 1-0 से हराकर 24 साल बाद फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली. पहले दो क्वार्टर फाइनल मैचों की ही तरह अर्जेटीना और बेल्जियम के बीच शनिवार को खेले गए तीसरे क्वार्टर फाइनल मैच में बड़ी टीम ने शुरुआती मिनटों में ही अपनी बढ़त बना ली और अंत तक उसे कायम रखते हुए सेमीफाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की. 1990 के बाद पहली बार सेमीफाइनल मुकाबला खेलने जा रही अर्जेटीनी टीम को अब नीदरलैंड्स और कोस्टा रिका के बीच होने वाले मैच के विजेता से टकराना होगा. पिछले दो संस्करणों से अर्जेटीना की टीम क्वार्टर फाइनल में तो पहुंच रही थी, लेकिन वह इससे आगे अपना सफर नहीं बढ़ा पा रही थी.
पहले मिनट से किए हमले शुरु
अभी तक अपने खेल से सभी को प्रभावित करने वाली बेल्जियम की टीम का खेल इस अहम मुकाबले में बिखरा-बिखरा नजर आया, वहीं अंतिम आठ में जगह बनाने के बावजूद ग्रुप चरण व राउंड ऑफ-16 में सामान्य प्रदर्शन के लिए आलोचना का शिकार हो रही खिताब की दावेदार कही जाने वाली टीम अर्जेटीना ने बेल्जियम के खिलाफ पहले मिनट से ही हमला करना शुरू कर दिया और आठवें मिनट में ही उनको इसका फल मिल गया, जब गोंजालो हिग्वेन ने अगस्त, 2013 के बाद अपने देश के लिए पहला गोल करते हुए टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी.
कैसा रहा मैच
स्टार स्ट्राइकर लियोन मेसी ने बेल्जियम के तीन-चार खिलाड़ियों से जूझते हुए गेंद पर कब्जा जमाया और उसे एंजिल डि मारिया की तरफ बढ़ा दिया. इसके बाद मारिया ने गेंद राइट आउट को देने की कोशिश की, लेकिन गेंद विपक्षी डिफेंडर से टकराकर सेंटर में खड़े हिग्वेन के पास पहुंच गई और उन्होंने बिना देरी के गेंद को वॉली पर लेते हुए जोरदार किक लगाई और स्टेडियम में मौजूद अर्जेटीनी दर्शक झूम उठे. 26वें मिनट में बेल्जियम ने वार किया. डि ब्रएन ने दूर से जोरदार शॉट लगाया, लेकिन सर्गियो रोमेरा ने गोल बचा लिया. 33वें मिनट में अर्जेटीना के स्ट्राइकर एंजिल डि मारिया चोटिल हो गए और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. पहला हाफ खत्म होने से कुछ मिनट पहले लियोन मेसी ने स्कोर को 2-0 कर दिया होता यदि फ्री किक पर लगाया उनका शॉट क्रॉसबार के कुछ इंच ऊपर से नहीं चला गया होता. दूसरे हाफ में भी दोनों टीमों ने गोल करने का भरसक प्रयास किया, लेकिन सफलता किसी को नहीं मिली.