अमेरिकी सरकार ने एक स्टेटमेंट जारी कर कह है कि अन्ना मूवमेंट में उसका कोई रोल नहीं है. अमेरिका ने यह बयान कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अलवी की इस आशंका को खारिज करते हुए दिया कि अन्ना की मुहिम को अमेरिकी सपोर्ट मिल रहा है.
मीडिया से बात करते हुए स्टेट डिपार्टमेंट की स्पोक्सपर्सन विक्टोरिया न्यूलैंड ने कहा कि इंडिया से ‘अन्ना मूवमेंट में अमेरिकी हाथ’ की जो खबरें आ रही हैं वो पूरी तरह गलत हैं. “हम फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन और राइट टू असेंबली को सपोर्ट करते हैं और सारे देशों और सारी पार्टियों से भी इसकी अपील करते हैं. सारी डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट्स की यह जिम्मेदारी है कि वे पीसफुल प्रोटेस्ट में मदद करें, चाहे उसके लिये उन्हें अलग से सुरक्षा की व्यवस्था करनी पड़े.”
अमेरिका ने अन्ना के आन्दोलन के पहले अपील की थी कि किसी भी लोकतांत्रिक आन्दोलन को दबाया नहीं जाना चाहिये. अन्ना को आन्दोलन करने देना चाहिये और इसमें किसी तरह की अड़चन नहीं डालनी चाहिये.
फेमस राइटर चेतन भगत ने कांग्रेस का मजक उड़ाते हुए ट्वीट किया है कि- “Congress says US hand in Anna's movement to destabilize India. Funny. Coz the party prez is trusting the US to cure her”.
गौरतलब है कि अन्ना हजारे के जन लोकपाल आन्दोलन की लहर सारी दुनिया में फैल रही है. अमरिका में रह रहे एनआरआई भी अन्ना के आन्दोलन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं.
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