नई दिल्ली (एएनआई)। टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले ने कहा है कि भारतीय सीनियर टीम के साथ उनका कोचिंग कार्यकाल बेहतर हो सकता था, मगर स्थिति अनुकूल नहीं थी। कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पम्मी एमबांगवा के साथ एक इंस्टाग्राम लाइव सत्र के दौरान अपने कोचिंग के बारे में जानकारी दी। पूर्व भारतीय स्पिनर कुंबले ने 2017 में पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा जाता है कि कुंबले की टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से पटरी नहीं खा रही थी।
कुंबले ने बताया अपना कोचिंग एक्सीपीरियंस
कुंबले ने बताया, 'मैं बहुत खुश था कि मैंने भारतीय टीम के कोच की भूमिका निभाई। यह बहुत अच्छा था, मैंने भारतीय टीम के साथ जो एक साल बिताया वह वास्तव में शानदार था। शानदार प्रदर्शन करने वाले और फिर से भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा बनना एक शानदार अहसास था।' पूर्व भारतीय स्पिनर ने आगे कहा, 'हमने उस एक वर्ष की अवधि में वास्तव में अच्छा किया। मैं वास्तव में खुश था कि कुछ योगदान दिए गए थे और कोई पछतावा नहीं है। मैं खुश था कि मैं भी वहां से आगे बढ़ रहा हूं। मुझे पता है कि अंत बेहतर हो सकता था लेकिन फिर यह ठीक है। एक कोच के रूप में, आपको एहसास होता है, जब यह आगे बढ़ने का समय है, तो यह कोच है जिसे आगे बढ़ने की जरूरत है। मैं वास्तव में खुश था कि मैंने उस एक वर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।'
भारत को मिली थी बड़ी सफलता
जब कुंबले ने भारतीय टीम के कोच के रूप में इस्तीफा दे दिया था, तो उन्होंने विराट कोहली के साथ संबंधों को "अस्थिर" करार दिया था। बता दें कुंबले की कोचिंग में भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थी। और टीम को टेस्ट प्रारूप में बड़ी सफलता दिलाई।कुंबले अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में किंग्स इलेवन पंजाब को कोच कर रहे। पूर्व भारतीय स्पिनर ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी और खेल के सबसे लंबे प्रारूप में 619 विकेट लिए। श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) और ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न (708) के बाद टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं।
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