नई दिल्ली (पीटीआई)। असम के जोराहट से उड़ान भरने के बाद लापता हुए भारतीय वायुसेना के विमान एन-32 के पायलट आशीष तंवर के सही सलामत लौटने की प्रार्थना की जा रही है। बता दें कि जिस जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरने के बाद विमान लापता हुआ, वहीं पर यानी कि जोरहाट में आशीष की पत्नी संध्या तंवर IAF के एयर ट्रैफिक कंट्रोल में ड्यूटी पर थीं और अपने पति को विमान के साथ उड़ान भरते हुए देख रहीं थीं। उड़ान के समय आशीष से उनकी लगातार बात भी हो रही थी लेकिन आधे घंटे बाद अचानक विमान रडार से गायब हो गया।
2018 में हुई थी शादी
बता दें कि संध्या तंवर जोरहाट एयरबेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल रडार ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। फ्लाइट लेफ्टिनेंट आशीष तंवर से उन्होंने 2018 में शादी की थी। हालांकि, उन्होंने यह कभी नहीं सोचा होगा कि जो जोड़ी अभी एक साल पहले शादी के बंधन में बंधी, उसे ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में अलग होना पड़ेगा। विमान लापता होने के चार दिन बाद भी सर्च अभियान जारी है। भारतीय वायुसेना ने बताया कि एन-32 विमान ने 12।25 मिनट पर असम के जोरहाट से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के करीब 30 मिनट बाद विमान अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका के पास लापता हो गया। इस विमान से आखिरी बाद संपर्क दोपहर 1 बजे हुआ था। इस विमान में आशीष को मिलाकर कुल 13 लोग सवार थे।
एचबीटीयू से बीटेक कर एयरफोर्स में चला गया था लापता विमान का पायलट आशीष
बहन भी हैं एयरफोर्स में
गौरतलब है कि आशीष तंवर पलवल हरियाणा के रहने वाले हैं। उन्होंने 2009 में एचबीटीआई (अब एचबीटीयू) में बीटेक में एडमिशन लिया था। कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद वह कैंपस से चले गए। यहां से जाने के बाद आशीष तंवर का सेलेक्शन इंडियन एयरफोर्स में हो गया था। उनकी बड़ी बहन भी एयरफोर्स में अधिकारी हैं।
National News inextlive from India News Desk