रॉयल कमीशन इन टू इंस्टीट्यूशनल रेस्पांस टू चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज को मिली इनफज्ञॅरमेशन के अकॉर्डिंग न्यू साउथ वेल्स के मैंग्रोव हिल्स पर सिचुएटेड सत्यनंद योग आश्रम के चीफ लेट स्वामी अखंडानंद सरस्वती 1970 और 1980 के डिकेट में चाइल्ड सेक्स हरैसमेंट में इनवाल्व हुआ करते थे. ये न्यूज सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के ट्यूजडे एडिशन में पब्लिश हुई की आश्रम और इसके इसके चीफ सरस्वती के अगेंस्ट कमीशन के इन्वेस्टिगेशन में यह पाया गया कि आश्रम में रहने वाले 11 बच्चों का वहां रहते हुए सैक्सुकल हरैसमेंट किया गया.
कमीशन को सर्पोट करने वाले लॉयर वकील पेग्गी डवेर ने बताया कि आश्रम के फाउंडर सरस्वती और उनके फॉलोअर्स अखंडानंद को टीनएज गर्ल्से का मॉलस्टेशन करने का एक्यूज पाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने इन लोगों से कहा कि उनके साथ सेक्सुअल ऐक्टिविटीज में इन्वॉल्व होना उनके लोगों के स्प्रिच्युअल डेवलपमेंट के लिए नैसेसरी है.
अखंडानंद सरस्वती को एक कंप्लेट के बेस पर 1987 में एक्यूज बनाया गया था और 1989 में कल्पिट डिक्लेयर किया गया. 1991 में एक लीगल टेक्नेकलटी के चलते केस का डिसीजन चेंज कर दिया गया. इसके बाद 1997 में सरस्वती की केर्न्स में डेथ हो गयी. अब ये रिर्पोट आयी है जिसके अकॉर्डिंग वो चरइल्ड सैक्सुअल हरैसमेंट के रिस्पांसिबल थे.
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