606 साल पुराना शहर है अहमदाबाद
यूनेस्को में भारत की राजदूत व स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने अपने ट्विटर हैंडल से खुशी जाहिर करते हुए कहा है यह घोषित करते हुए मैं बहुत खुश हूं कि यूनेस्को द्वारा अहमदाबाद को भारत का पहला विश्व धरोहर वाला शहर घोषित किया गया। गुजरात की 606 साल पुरानी सिटी अहमदाबाद अब विश्व धरोहर सिटी के नाम से जानी जाएगी। यूनेस्को की वल्र्ड हैरिटेज समिती द्वरा अहमदाबाद शहर को यह दर्जा दिया गया है। ईरान, फ्रांस जैसे दूसरे कई देशों के शहरों की लिस्ट जारी करते हुए यूनेस्को ने अहमदाबाद के नाम भी ऐलान किया।
मुंबई और दिल्ली को अहमदाबाद ने हराया
अहमदाबाद के हेरिटेज सिटी बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई। ट्वीट में लिखा कि भारत के लिए बेहद खुशी का मौका है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा कि यह जानकार खुशी हुई कि यूनेस्को ने अहमदाबाद को वल्र्ड हेरिटेज सिटी घोषित किया है। सभी भारतीयों के लिए गर्व के पल। अहमदाबाद को बेहतरीन आर्किटेक्चर के साथ हिंदू, इस्लामिक और जैन धर्मों के लोगों के एक साथ बसने के कारण वल्र्ड हेरिटेज सिटी घोषित किया गया है। इसके साथ ही यह शहर इंडो-इस्लामिक वास्तुकला और हिंदू-मुस्लिम कला का एक जीता जागता उदाहरण है। पिछले साल मुंबई और दिल्ली से ऊपर रखकर अहमदाबाद का नाम विश्व धरोहर के नोमिनेशन के लिए यूनेस्कों में भेजा गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की थी शुरुआत
अहमदाबाद को वर्ल्ड हैरिटेज सिटी का दर्जा दिलाने के लिए वर्ष 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरुआत की थी। अहमदाबाद महानगर पालिका की ओर से करीब सात साल पहले 31 मार्च 2011 को यूनेस्को वर्ल्ड हैरिटेज सेंटर में अहमदाबाद को सांस्कृतिक शहरों की श्रेणी में वर्ल्ड हैरिटेज सिटी का दर्जा प्रदान करने के लिए आवेदन किया था। महानगर पालिका की ओर से पेश किए गए आवेदन में कई तकनीकी खामियां होने के चलते कई बार आवेदन को सुधार के लिए वापस लौटाया गया। इसका डोजियर तैयार करने का जिम्मा सेप्ट के पूर्व प्राध्यापक रविन्द्र वसावडा की अध्यक्षता में गठित समिति को सौंपा गया था।
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