अखबार ने आजादी पर उठाया सवाल
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक आज पहले अखबार के ऑफिस पर पत्थर फेंके गए. इसके बाद बिल्िडंग की खिड़की से कुछ जलती हुई चीजें भी फेंकी गई. हालांकि इस हमले में कोई भी व्यक्ित घायल नहीं हुआ. बस इस हमले की वजह से बिल्िडंग की निचली दो मंजिलों को नुकसान पहुंचा है. सूत्रों के मुताबिक हम्बर्गर मॉर्गनपोस्ट' ने फ्रैंच पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' में छपे पैगंबर मोहम्मद के तीन कार्टूनों को पहले पन्ने पर प्रकाशित किया. अखबार ने फ्रैंच पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' पर हुए हमले के बाद अपनी खबर से एक सवाल उठाया है. अखबार का सवाल है कि क्या लोगों को इतना फ्रीडम नहीं मिलना चाहिए कि वे किसी विचार के खिलाफ बोल या लिख सकें. जिसके बाद से इस अखबार के कार्यालय पर आज हमला हुआ है.
करीब 12 पत्रकारों की हुई थी मौत
गौरललब है कि करीब पांच दिन पेरिस में फ्रांसीसी व्यंग्य पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' के ऑफिस में हमला हुआ था. इस दौरान करीब 12 पत्रकारों की मौत हुई थी. फ्रेंच मीडिया के मुताबिक जब हमलावर मैगजीन के दफ्तर में घुसे तब उन्होंने अल्लाहु अकबर का नारा लगाया. इसके बाद हमला करने के बाद उन्होंने ऐलान किया कि हमने पैगमबर-ए-इस्लाम मोहम्मद साहिब के अपमान का बदला ले लिया है. इस हमले में एक आतंकी ने तो घटना के दूसरे दिन सरेंडर कर दिया था. इसके बाद लगातार फ्रांस पुलिस इस आतंकियों को पकड़ने के लिए जुटी रही. जिससे तीन आतंकी दो दिन पहले मारे गए. हालांकि इस दौरान एक महिला आतंकी फरार हो गई. बताते चले कि मैगजीन ने अपने कवर पर तीन साल पहले मोहम्मद साहिब का कार्टून छापा था. इसे लेकर साल 2011 में मैगजीन के लिए पब्लिकेशन हाउस के दफ्तर पर हमला किया गया.
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