अंतरिम सरकार के वित्त मंत्री के तौर पर पेश किया बजट
आजादी के पहले जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी थी। इस सरकार में कांग्रेस व मुस्लिम लीग दोनों ही शामिल थीं। लीग की ओर से मंत्रिमंडल में लियाकत अली खान शामिल थे। उन्हें वित्त मंत्री का पद मिला। उन्होंने 2 फरवरी, 1946 को बजट पेश किया। उनके बजट को लोगों ने नाम दिया 'पुअर मैन बजट'। उनके लाये गए बजट को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। कहा जाता है कि इस बजट में कर प्रस्ताव काफी कठोर थे।
बजट में कॉरपोरेट टैक्स किया दोगुना
लियाकत अली खान ने बजट में कॉरपोरेट टैक्स दोगुना कर दिया और एक लाख के मुनाफे पर लगभग 25 प्रतिशत कर वसूलने का प्रस्ताव रखा। जहां कांग्रेस के सोशलिस्ट माने जाने वाले नेता बजट के समर्थन में थे। वहीं सरदार पटेल जैसे नेता कांग्रेस के करीबी उद्योगपतियों घनश्याम दास बिड़ला और जमनालाल बजाज के खिलाफ इसे रणनीति के तौर पर देख रहे थे। यह उद्योगपति कांग्रेस पार्टी की समय-समय पर आर्थिक सहायता करते रहते थे।
आजादी के बाद बने पाकिस्तान के पहले पीएम
लियाकत अली खान पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के करीबियों में से एक थे। जब पाकिस्तान भारत से अलग होकर नया मुल्क बना उन्हें उस देश का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया। 16 अक्टूबर, 1951 को उनकी रावलपिंडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
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