काबुल (एएनआई)। अफगानिस्तान में इन दिनों हालात गंभीर हैं। यहां पर सर्दियों में लोग अपने घरों को गर्म रखने के लिए गैस का उपयोग कर रहे हैं क्योंकि देश में जलाऊ लकड़ी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की कीमत बहुत अधिक है। ऐसे में हेरात में कार्बन मोनोऑक्साइड की वजह से 140 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अफगान समाचार एजेंसी टोलोन्यूज के मुताबिक अस्पताल में भर्ती होने वालों में कई बच्चे और महिलाएं भी हैं। अस्पताल के प्रमुख अहमद फरहाद अफजाली ने कहा, "पिछले 24 घंटों के भीतर, 130 से 140 मरीजों को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया है।" हेरात के निवासियों ने कहा कि वे कड़ाके की सर्दी के बीच अपने घरों को गर्म रखने के लिए एकमात्र विकल्प के रूप में गैस ही है क्योंकि जलाऊ लकड़ी और अन्य बुनियादी सुविधाएं आम आदमी की पहुंच से बहुत दूर है।
भोजन और ईंधन की कमी से लोग बेहाल
प्रांत के क्षेत्रीय अस्पताल में अपने परिवार को लाने वाले हेरात निवासी अब्दुल कादिर ने कहा, "यह ठंड थी और मेरे परिवार ने गैस चालू कर दी थी। अगर मैं पांच मिनट देर से पहुंचता तो मेरे परिवार के 21 सदस्य मारे जाते। टोलो न्यूज के मुताबिक तापमान में अचानक गिरावट ने लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जो पहले से ही गरीबी, भोजन और ईंधन की कमी से बुरी तरह प्रभावित हैं। ठंड के कारण 4 प्रांतों में 16 से अधिक लोग मारे गए हैं। हेरात की निवासी शकीला ने कहा, "हमारे पास क्षमता नहीं है और हम गैस का उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। अब तक मेरे परिवार के दो सदस्य कार्बन मोनोऑक्साइड जहर से मर चुके हैं।"
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा
बतादें कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया है, इसलिए देश एक गंभीर आर्थिक और साथ ही मानवीय संकट से गुजर रहा है। सहायता के बावजूद, अफगानिस्तान की गरीबी, कुपोषण और बेरोजगारी की दर अभी भी अपने चरम पर है। प्राकृतिक आपदाओं ने अफगानों के लिए स्थिति को और भी बदतर बना दिया है क्योंकि वे देश के इतिहास में सबसे बड़े मानवीय संकटों में से एक से जूझ रहे हैं।
International News inextlive from World News Desk