कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। डॉ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिर्विद्)। Aaj Ka Panchang 16 Oct 2024: जानें बुधवार का पंचांग, जिसमें दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल व गुलिक काल की वास्तविक स्थिति विस्‍तार से ज्ञात होगी।

16 अक्टूबर 2024 दिन-बुधवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:17:00

सूर्यास्तः- सायं 05:43:00

विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

विक्रम संवतः - 2081

शक संवतः - 1946

आयनः- दक्षिणायन

ऋतुः- शरद ऋतु

मासः- अश्विन माह

पक्षः- शुक्ल पक्ष

तिथिः- चतुर्दशी तिथि 20:42:36 P.M तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं

नक्षत्रः - उत्तरा भाद्रपद 19:18:06 P.M तक तदोपरान्त रेवती नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि देव जी हैं तथा रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं।

योगः- ध्रुव 10:09:13 A.M तक तदोपरान्त हर्षण योग

गुलिक कालः - शुभ गुलिक काल 10:40:00 A.M से 12:06:00 P.M तक

दिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।

राहुकालः - राहुकाल 12:06:00 P.M से 01:32:00 P.M बजे तक

तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है।

“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्ट बनाये रखना।”