डॉ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिर्विद्)। Raksha Bandhan 2022 Ka Panchang 11 August 2022: जानें गुरुवार का पंचांग, जिसमें दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल व गुलिक काल की वास्तविक स्थिति विस्तार से ज्ञात होगी।
11 अगस्त 2022 दिन-गुरुवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:30:00
सूर्यास्तः- सायं 05:30:00
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2079
शक संवतः- 1944
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- वर्षा ऋतु
मासः- श्रावण माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः-चतुर्दशी तिथि 10:58:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि
तिथि स्वामीः-* चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।
नक्षत्रः- उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र 06:53:00 तक तदोपरान्त श्रवण नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं।
योगः- आयुष्मान 15:31:32 तक तदोपरान्त सौभाग्य
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:06:00 A.M से 10:46:00 तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 02:05:00 P.M से 03:45:00P.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”