लगाया मानहानि का मुकदमा
एक रिपोर्ट के मुताबिक महिला रॉबिन ग्रियू ने 12 दिसंबर के फेसबुक पोस्ट में लिखा था, '18 वर्षों तक घरेलू हिंसा और प्रताडऩा झेलने के बाद आखिरकार मैं मिरो दाबरोवस्की से अलग हो गई.' पेशे से स्कूल शिक्षक मिरो ने रॉबिन के आरोपों को कोर्ट में चुनौती दी थी. जिसके बाद पश्चिम आस्ट्रेलिया की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने मिरो के पक्ष में फैसला दिया. जज ने रॉबिन की दलीलों को खारिज करते हुए उन्हें विश्वसनीय गवाह मानने से इंकार कर दिया. कोर्ट ने मिरो पर झूठा आरोप लगाकर उनकी मानहानि करने को लेकर रॉबिन पर 12,500 डॉलर का जुर्माना लगाया.
पत्नी को था शक
खबरों के अनुसार, पति मिरो ने बताया कि उसकी पत्नी उसके कैरेक्टर पर उंगली उठाती थी. पत्नी को शक था कि मेरा बाहर किसी से अफेयर चलता है, जिसको लेकर हम दोनों में काफी बहस होती थी. हालांकि इस बहस के दौरान मैं काफी गुस्सा हो जाता था. वहीं मिरो का यह भी कहना है कि, उसने कभी भी अपनी पत्नी को वर्बली एब्यूस नहीं किया, यहां तक कि मैंने उसे फिजिकली भी एब्यूस नहीं किया. रॉबिन के सभी आरोप सरासर गलत हैं.
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