1911 में की थी झरने की खोज
अंटार्कटिका के इस अजीबोगरीब झरने की खोज सबसे पहले अमरीकी जीव विज्ञानी ग्रिफिथ टॉयलर ने सन 1911 में किया था। उन्होंने इस खून के रंग के पानी के कारण इस झरने का नाम ब्लड फॉल रखा था। यह झरना अंटार्कटिका की मैक-मरडो घाटी में स्थित वाटरफॉल से बहता है। इस झरने की ऊंचाई लगभग किसी 5 मंजिल की ईमारत जितनी है।
वैज्ञानिकों ने शुरु की झरने की खोज
अब तक अंटार्कटिका के कई जगहों पर इस तरह के पानी की तलाश की गई है मगर ऐसा और कही नहीं देखने मिला है। वहीं वैज्ञानिको ने इस रहस्य को जानने के लिए इस पर खोज करनी शुरू कर दी है। वैज्ञानिको के मन में भी इस पानी के रंग को लेकर कई सारे अनसुलझे सवाल है जिसका जवाब वह जल्द लाने का दावा कर रहे हैं।