1896 में जॉर्ज कार्मेक, डॉसन सिटी चार्ली और स्कूकम जिम मेसन ने सबसे पहले इस नदी में सोना होने की बात बताई थी। जैसे ही नदी में सोने की खबर फैली इस शहर में लोगों काए खास तौर से सोना खोजने वालों का रेला लग गया। 1898 में इस शहर की आबादी महज 1500 थी जो कि रातों रात बढ़ कर तीस हजार हो गई। डॉसन सिटी के मेयर वेन पोटोरका का कहना है कि इस शहर की खूबसूरती और यहां के लोग इसे कनाडा के दीगर शहरों से हटकर एक अलग पहचान दिलाते हैं।
कैसा है ये शहर
डॉसन सिटीए ओगिल्वी पहाड़ों से घिरा हुआ है जो करीब दो हजार किलोमीटर तक फैला हुआ है। यूकॉन इलाका कनाडा का सबसे कम आबादी वाला इलाका है। इस इलाके की ज्यादातर आबादी वाइटहॉर्स में बसी है। वाइटहॉर्स अलास्का, ब्रिटिश कोलंबिया और नॉर्थ वेस्ट के इलाकों से सटा हुआ है। डॉसन सिटी तक पहुंचने में आपको बहुत तरह के ख़ूबसूरत कुदरती नजारे देखने को मिल सकते हैं। हर साल बड़ी तादाद में लोग डॉसन सिटी घूमने आते हैं। कुछ यहां कुदरत के ख़ूबसूरत और दिलकश नजारे देखने आते हैं। तो, कुछ यहां अमीर बनने की चाह में आते हैं। सोने की खोज करने वाले ये लोग मेहनत भी ख़ूब करते हैं। सोने की खोज करने वाले ये लोग कई दशकों से इसी काम में लगे हैं।
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कैसे निकालते हैं सोना?
सोने की इस नदी के पास जमी रेत को बालटियों में इक्कट्ठा करते हैं फिर उसे कई कई बार छानते हैं। नदी के पानी को छोटे-छोटे बर्तनों में रखकर जमाया जाता है। फिर इस बर्फ से सोने के टुकड़ों को अलग किया जाता है। सोने के ये टुकड़े कई शक्ल में होते हैं। ये किसी भी आकार के हो सकते हैं। ये भी जरूरी नहीं कि सोने के ये टुकड़े हर बार ही मिल जाएं। बहुत मेहनत के बाद कुछ टुकड़े ही हाथ लग पाते हैं। सोना तलाशने के लिए यहां कोई रोक टोक नहीं है। कोई भी खुदाई करके यहां सोना तलाशने का काम कर सकता है। लेकिन फिर भी, कुछ लोग यहां जमीन के टुकड़े खरीद लेते हैं, ताकि उस जगह से निकलने वाले सोने पर उनका ही हक रहे और कोई दूसरा वहां आकर खुदाई का काम ना कर सके। वैसे, आज की तारीख में चाय के एक चम्मच के बराबर का सोना 1300 डॉलर के हिसाब से बिकता है।
सैलानियों को भी मिलता है मौका
डॉने मिशेल डॉसन सिटी में साल 1977 में आई थीं। वो सोना निकालने का काम करती हैं। जब मिशेल को उनकी किसी परिचित ने इस जगह के बारे में बताया तो वो खुद को रोक नहीं पाईं और पहुंच गई सोना तलाशने। डॉने मिशेल आज यहां आने वाले सैलानियों को सोना निकालने का तरीका सिखाती हैं। हालांकि डॉसन सिटी आने से पहले उन्हें सोना निकालने का कोई तजुर्बा नहीं था। लेकिन, यहां रहते हुए उन्होंने ये हुनर सीख लिया और अब दूसरों को भी सिखा रही हैं।
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अजीब सी कशिश है यहां
मिशेल कहती हैं उनकी जि़ंदगी बहुत आराम से गुजऱ रही है। वो पास के शहर में हर रोज काम के लिए जाती हैं। और छुट्टी के दिन मज़े से सोना तलाशती हैं या फिर आस पास के पहाड़ों में क़ुदरती नज़ारों का लुत्फ उठाती हैं।
उन्हें लगता है ये इलाका ही उनका घर है। मिशेल को साल 1981 में पहली बार सोने की खदान में काम करने का मौका मिला था। और तभी से वो इस समुदाय का हिस्सा बन गईं। साल 1984 में डॉसन सिटी में वुमेन्स वल्र्ड चैंपियनशिप ऑफ गोल्ड का आयोजन हुआ।इस प्रतियोगिता में मिशेल कामयाब हुईं। गौरतलब है कि डॉसन सिटी में सोने की खुदाई का काम हमेशा से ही बड़े पैमाने पर होता रहा है। आज भी यूकॉन की 196 माइनिंग साइट में से 124 सिर्फ डॉसन सिटी में हैं। बोनांजा क्रीक डिस्ट्रिक्ट जो गोल्ड रश की मूल साइट है, वहां आज भी सबसे ज्यादा खदाने हैं। तो हो सकता है आप यहां आएं घूमने के मकसद से, मगर ताउम्र के लिए बस जाएं क्योंकि इस जगह में कशिश ही कुछ ऐसी है।
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