क्या है मामला
फिलहाल जानकारी होते ही देर रात ही तुरंत कदम उठाने पर सुबह तक 26 किशोरों को पकड़े जाने की खबर मिली है. बताते चलें कि मेरठ के सूरजकुंड की घनी आबादी के बीच बने इस बाल सुधार गृह में करीब 155 किशोर थे. ये किशोर मेरठ, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर जिलों से थे. इनमें से बुलंदशहर जिले के 45 किशोरों को कल बुलंदशहर में ही शिफ्ट कर दिया गया था.

पहले भी रहा है सुधार गृह चर्चाओं का विषय  
मेरठ में बने बाल सुधार गृह में उसकी क्षमता से ज्यादा बाल कैदी थे. ऐसे में इन्हें संभाल पाना मुश्किल हो रहा था. इसको ध्यान में रखते हुये आसपास के सभी जिलों में अस्थाई बाल सुधार गृह की व्यवस्था की गई और उसके बाद उन जिलों से संबंधित किशोरों को शिफ्ट किये जाने की कार्यवाही इन दिनों जोरों के साथ चल रही थी. तभी यह घटना हुई. गौरतलब है कि मेरठ का बाल सुधार गृह कई बार चर्चाओं का विषय बना रहा. यहां से किशोरों के फरार होने और सुरक्षाकर्मियों के साथ घटनाएं तो यहां की आम बात रही है.

इससे पहले भी घटी हैं संगीन घटनायें
ऐसी घटनाओं के क्रम में सबसे बड़ी घटना 11 दिसंबर को घटी. उस घटना के दौरान इन किशोरों से हुये टकराव में पुलिस के एक सिपाही की मौत हो गई थी. उसी घटना में 125 किशोरों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज कराये गये थे. इसके बाद पिछले महीने 9 जनवरी को भी यहां एक संगीन वारदात को अंजाम दिया गया था. तब मेरठ की अदालत से सुधार गृह वापस लौट रही पुलिस वैन पर हमला बोल दिया गया था और उसके बाद चार किशोरों को आजाद करा लिया गया था.

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