बलूचिस्तान के डीआईजी वज़री ख़ान नासिर ने बीबीसी को बताया कि धमाका हज़ारा टाउन में हुआ जहाँ हज़ारा-शिया समुदाय से जुड़े लोग रहते हैं. धमाके की ज़िम्मेदारी लश्करे झंगवी के प्रवक्ता ने बीबीसी से फ़ोन करके क़बूल की है.
इधर डीआईजी नासिर ने बताया कि बम रिमोट कंट्रोल से उड़ाया गया. बम को सड़क के किनारे रखा गया था. मारे गए और ज़ख़्मी हुए लोगों को पास के बुलान मेडिकल काम्पलेक्स और सीएचएम क्वेटा ले जाया गया है.
इनमें औरतें और बच्चे भी शामिल हैं. कहा जा रहा है कि मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है. हज़ारा शहर से ताल्लुक़ रखने वाले क़ादिर नाएल ने बताया कि ये इलाक़ा शाम के वक़्त बहुत व्यस्त रहता है और औरतें वहाँ सब्ज़ी और ज़रूरत के सामान ख़रीदने आती हैं.
उनका कहना था कि पास ही एक मैदान भी है जहां बच्चे खेलने के लिए जमा होते हैं. बलुचिस्तान में हाल के दिनों में हुआ ये सबसे बड़ा धमाका है. जनवरी में हुए धमाके के बाद स्थानी समुदाय ने शवों को दफ़न करने से मना कर दिया था.
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