तेलंगाना राज्य में मौजूद है दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बनयान ट्री
यूं तो बरगद के पेड़ आमतौर पर कई सौ सालों तक जीते हैं, लेकिन तेलंगाना के महाबूबनगर जिले के पिल्ललमारी इलाके में मौजूद बनयान ट्री करीब 700 सालों से इंसानों को ऑक्सीजन और राहगीरों को छाश देता आ रहा है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक यह पेड़ इतना अधिक पुराना है कि इसे भारत ही नहीं पूरी दुनिया में दूसरे सबसे उम्रदराज पेड़ का खिताब मिला हुआ है। इस इलाके में रहने वाले लोगों की कई पीढि़यां इस बरगद की छांव में अपनी जिदंगी के कुछ यादगार पल बिता चुके हैं, तभी तो इस पेड के साथ लोगों का दिली जुड़ाव भी है।
खतरनाक दीमक लगने से पेड़ अपनी आखिरी सांसे गिन रहा है
इतने सालों तक इंसानों की सांसो का ख्याल रखने वाला ये बरसों पुराना पेड़ आज आखिरी सांसे गिन रहा है। दीमक के कारण इस बरगद की जड़ों से लेकर, शाखाएं और तने जगह जगह से खोखले हो चुके हैं। जिसके कारण पेड़ पल-पल टूट रहा है। कई सौ साल पुराने इस पेड़ की ऐसी हालत न सिर्फ वहां रहने वाले लोगों को परेशान कर रही है, बल्कि पर्यावरण से जुड़े लोग भी पेड़ की हालत देखकर दुखी हैं।
World's second largest Banyan tree in Pillalamarri of Mahabubnagar district in Telangana is on saline drip as part of the rejuvenation of the tree that is almost dying.The tree is given treatment by injecting diluted chemical to kill termite population that infested it. pic.twitter.com/0ADu5jbAd2
— ANI (@ANI) April 18, 2018
पेड़ को बचाने के लिए जुटे इलाकाई लोग
आसपास रहने वाले लोगों को जब इस विशालकाय बरगद की ऐसी दयनीय हालत का एहसास हुआ तो उन्होंने इस पेड़ को बचाने के लिए एक मुहिम सी चला दी। जिसमें कई एक्सपर्ट भी शामिल हो गए। नतीजा यह हुआ कि पेड़ की खोखली हो चुकी विशालकाय शाखाओं और तनों को टूटने से बचाने के लिए लोगों ने कंक्रीट की दीवारें खड़ी कर दीं, ताकि पेड़ की उन शाखाओं को सहारा दिया जा सके।
पेड़ को जिंदा रखने के लिए चल रहा है जोर शोर से इलाज
एएनआई ने बताया है कि फिलहाल इस पेड़ की जिंदगी बचाए रखने के लिए लोग पूरी तरह से इसके इलाज में जुटे हैं। हालत यह है कि पेड़ में लगी दीमक को खत्म के लिए सैकड़ों की संख्या में मेडिकल ड्रिप से पेड़ के तने, शाखाओं और जड़ों में नमकीन पानी इंजेक्ट किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि ऐसा करने से यह बुजुर्ग पेड़ दीमकों से मुक्त होकर धीरे धीरे स्वस्थ हो जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो हमारी, आपकी पीढ़ी भी इस पेड़ को हरा भरा देख पाएगी। हम दुआ करते हैं कि यह पेड़ और कई सौ सालों तक जीकर दुनिया का सबसे पुराना पेड़ कहलाए।
इनपुट: ANI
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