दुनिया भारत को आशा भरी नजरों से क्यों देखे?
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यस्था है। सारी रेटिंग एजेंसियां इस बात तो मान रही हैं। पिछले 15 महीने में हमने लोगों का खोया विश्वास जगाया है।
सोशल मीडिया से कैसे बदलाव आया?
मैं बहुत ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं। मेरी इस कमी को सोशल मीडिया ने भर दिया। दो-चार शब्दों से मेरी दुनिया चल जाती है। सोशल मीडिया पर आप जैसे हैं, वैसे स्वीकार कर लिए जाते हैं।
कूटनीति में सोशल मीडिया की भूमिका क्या है?
सोशल मीडिया से कूटनीति में बदलाव आया है। चीन में सोशल मीडिया में अलग स्ट्रक्चर है, लेकिन मैं वहां भी एक्टिव हूं। मैंने वहां के पीएम को चीनी भाषा में बधाई थी। मैंने इजरायल के पीएम को हिब्रू भाषा में बधाई दी। उन्होंने मुझे हिंदी में जवाब दिया।
आपकी सरकार भारत की जनता को कनेक्टेड रहने के लिए क्या कर रही है?
आज जितना महत्व हाइवेज का है, उतना आइवेज भी चाहिए। भारत में छह लाख गांव हैं और करीब ढाई लाख पंचायतें हैं। पांच सालों में इन सभी गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोडऩे का प्रयास है।
क्या पिछले 15 महीने में भारत में कारोबार करना आसान हुआ है? मेक इन इंडिया क्या सफल होगा?
भारत में 40 साल पहले बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ। लेकिन 40 साल में 60 फीसद आबादी का बैंक खाता नहीं था। हमने सौ दिन में 18 करोड़ बैंक खाते खोल दिए। भारत में सस्ता उत्पादन, सबसे बड़ा बाजार और कुशल कर्मी मेक इन इंडिया की सफलता का मंत्र है।
महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए क्या योजना है?
अगर हमें आर्थिक विकास का लक्ष्य हासिल करना है, तो अपनी आधी आबादी को घर में बंद नहीं रख सकते हैं। नारी शक्ति को विकास यात्रा में शामिल करना होगा।
मोदी से उनकी मां के बारे में पूछा जुकरबर्ग ने
मोदी ने बताया कि उनके जीवन में मां की अहम भूमिका है। उनके लालन-पालन के लिए मां ने बहुत ज्यादा संघर्ष किया है। मोदी ने बताया कि गुजारा करने के लिए उनकी मां पड़ोस के घरों में बर्तन साफ किया करती थीं और पानी भरा करती थीं। अपनी मां के बारे में बात करते हुए मोदी का गला भर आया। उनकी आंखें नम हो गईं और आवाज भारी हो गई।
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