कुरान की बेअदबी को लेकर झड़प
बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के गूल इलाके में कथित तौर पर कुरान की बेअदबी को लेकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) व प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में छह लोगों की मौत हो गई है, जबकि 42 घायल हो गए. भीड़ में से चली गोली से दो जवान भी घायल हुए हैं. घायलों में से 18 की गंभीर हालत होने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से जम्मू व श्रीनगर के अस्पतालों में रेफर कर दिया गया है.
नारेबाजी करते सड़कों पर उतर आए
घटना के विरोध में जम्मू-श्रीनगर हाई-वे सहित कई जगह लोग नारेबाजी करते सड़कों पर उतर आए. यातायात बंद हो जाने से अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को बटोत और चंद्रकोट में सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया. कई इलाकों में व्यापारिक प्रतिष्ठानों के शटर गिरने के साथ हिंसक प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया.
वाहनों को कर दिया आग के हवाले
घटना से हर तरफ तनाव फैल गया है. आक्रोशित लोगों ने जिला उपायुक्त कार्यालय सहित कई सरकारी इमारतों व वाहनों को आग के हवाले करते हुए जमकर तोड़फोड़ की. भद्रवाह, बटोत, बनिहाल, डोडा, किश्तवाड़, रियासी, राजौरी और जम्मू में भी जगह-जगह उग्र प्रदर्शन हुए. एहतियातन पूरे कश्मीर घाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना की कड़ी निंदा की है.
बेअदबी के आरोपों से इनकार
इस बीच, बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आइजी राजीव कृष्णा ने कुरान की बेअदबी के आरोपों को सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि जवानों ने पूरा संयम बरता. प्रदर्शनकारी बीएसएफ की 76वीं वाहिनी के कैंप के अंदर शस्त्रागार तक पहुंच गए थे, इसलिए मजबूरी में फायरिंग करनी पड़ी.
मदरसे में जुटी भीड़
जानकारी के अनुसार, बृहस्पतिवार सुबह धारम स्थित मदरसे में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी. मौलवी ने माइक पर बताया कि रात को बीएसएफ के जवानों ने उनकी धार्मिक पुस्तक की बेअदबी की. इसके बाद लोगों ने बीएसएफ कैंप के बाहर पहुंचकर पथराव शुरू कर दिया.
तितर-बितर करने को आंसूगैस
सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोडे़ और हवाई फायरिंग की. इससे लोग भड़क गए और कैंप पर पथराव के साथ अंदर घुसकर आग लगाने की भी कोशिश की. इसके बाद हुई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई. इससे हालात और बेकाबू हो गए. सुबह सात बजे से करीब साढ़े ग्यारह बजे तक तीन बार फायरिंग की नौबत आई.
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