काठमांडू (पीटीआई)। नेपाल में कल देर रात 5.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे दहशत में डूबे लोगों को उनके घरों से बाहर निकलना पड़ा। बता दें कि इसने 2015 की विनाशकारी भूकंप की भयानक यादों को ताजा कर दिया है, जिसमें हिमालय राष्ट्र में 9,000 से अधिक लोग मारे गए। राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र के अनुसार, काठमांडू से 180 किलोमीटर दूर डोलाखा जिले में भूकंप मंगलवार सुबह 11.53 बजे आया। हालांकि, संपत्ति के नुकसान या जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। भूकंप राजधानी काठमांडू और आसपास के जिलों में भी महसूस किया गया। यह भूकंप 2015 के भूकंप का एक आफ्टरशॉक था। 25 अप्रैल, 2015 को नेपाल के गोरखा जिले में 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप ने 9,000 से अधिक लोगों की जान ले ली और 5,00,000 इमारतों को नुकसान पहुंचाया।
पिछले साल अप्रैल में भी महसूस किए गए थे इसी तरह के झटके
इससे पहले, पिछले साल अप्रैल में नेपाल में भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किये गए थे। रिक्टर स्केल के पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.2 दर्ज की गई। यहां भी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली। नेशनल इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने ट्वीट कर बताया कि काठमांडू के पास स्थित धडिंग में सुबह 6.29 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए। इसी जिले में सुबह 4.3 तीव्रता का एक और भूकंप आया था।
International News inextlive from World News Desk