अधिकारियों के अनुसार मारे जाने वालों में 13 सुरक्षाकर्मी, 10 आम नागरिक और 12 चरमपंथी शामिल हैं. स्थानीय पुलिस के मुताबिक़ लगभग 25-30 चरमपंथियों ने शनिवार की सुबह लगभग साढ़े तीन बजे सराय नौरंग इलाक़े में स्थित पाकिस्तानी सेना की एक यूनिट को निशाना बनाया.
लकी मरवत के पुलिस उपाधीक्षक आरिफ़ ख़ान ने बीबीसी को बताया कि चरमपंथी आधुनिक हथियार और दस्ती बमों से लैस थे और हमलावरों और सुरक्षाकर्मियों के बीच कई घंटों तक गोलीबारी होती रही.
आरिफ़ ख़ान के अनुसार सेना ने पूरे इलाक़े को घेरे में लेकर तलाशी का काम शुरू कर दिया है और किसी को भी इलाक़े में दाख़िल होने की इजाज़त नहीं दी जा रही है.
बीबीसी को मिली जानकारी के अनुसार मारे गए 13 सुरक्षाकर्मियों में नौ सैनिक और फ़्रंटियर कोर के चार सदस्य शामिल हैं जबकि आठ सैनिक ज़ख़्मी हुए हैं. घायलों को पेशावर के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
आत्मघाती हमला
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक़ मारे गए 12 चरमपंथियों में से चार के शव सुरक्षाकर्मियों के क़ब्ज़े में हैं और उनमे से दो ने आत्मघाती जैकेट पहन रखे थे. अधिकारियों के अनुसार हमले के दौरान चरमपंथी पास के एक घर में घुस गए और वहां मौजूद 10 आम नागरिकों की भी हत्या कर दी.
मारे गए आम नागरिकों में चार पुरूष, तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं. प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इस हमले की ज़िम्मेदारी स्वीकार की है.
तहरीक-ए-तालिबान के प्रवक्ता एहसानुल्लाह ने बीबीसी को टेलिफ़ोन पर बताया कि इस हमले में उनके चार आत्मघाती हमलावरों ने हिस्सा लिया था. एहसानुल्लाह के अनुसार उनका ये हमला उत्तरी वज़ीरिस्तान में हुए ड्रोन हमले में उनके दो कमांडरों की मौत का बदला है.
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