पहला धमाका शहर के बीचोंबीच हुआ जहां एक मिनी बस पर ग्रेनेड फेंका गया जिसमें तीन लोग मारे गए और छह घायल हो गए.
वहीं दूसरा धमाका शहर के उत्तरी इलाके में पर्यटकों के एक होटल में हुआ, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
इस बीच एक सिनेमाघर में भी विस्फोटक उपकरण मिलने की ख़बर है, जो फटा नहीं.
कीनिया ने 2011 में जब से सोमालिया में चरमपंथी संगठन अल शबाब से लड़ने के लिए अपने सैनिक भेजे हैं, वहां लगातार धमाके और हमले हो रहे हैं.
शनिवार को हुए इन धमाकों की ज़िम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है.
मोंबासा में तनाव
नैरोबी में बीबीसी संवाददाता महामुद अली का कहना है कि ये तीनों घटनाएं चंद मिनटों के भीतर सामने आईं.
हाल के महीनों में मोंबासा में तनाव बढ़ा है जिसके लिए अधिकारी चरमपंथियों को ज़िम्मेदार बताते हैं. उनका कहना है कि कट्टरपंथी तत्व युवाओं को बरग़ला रहे हैं.
इससे पहले मोंबासा में मार्च के महीने में एक चर्चा को निशाना बनाया गया था जिसमें छह लोग मारे गए. इस हमले के लिए अल शबाब को ज़िम्मेदार बताया गया था.
कीनिया के अधिकारियों ने इन चरमपंथी हमलों को रोकने का संकल्प जताया है और इस सिलसिले में पिछले महीने राजधानी नैरोबी में लगभग दो हज़ार लोग गिरफ़्तार किए गए.
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