कश्मीर में जहां अलगाववादी अपने हितों को साधने के के लिए पैसा देकर पत्थरबाजी को प्रमोट कर रहे है। वहीं, कश्मीर की इसी अशांति के बीच आर्मी द्वारा शुरू की गई सुपर 40 कोचिंग के 28 बच्चों ने आईआईटी-जेईई में सफलता हासिल कर एक रिकॉर्ड बनाया है। मंगलवार को इन स्टूडेंट्स आर्मी चीफ बिपिन रावत ने मुलाकात की और उन्हे सफलता पर बधाई दी।

 

कश्मीर का करें विकास
सुपर 40 के 26 लड़कों और दो लड़कियों ने आईआईटी-जेईई मेन  2017 में सफलता हासिल की है। इनमें से 9 लड़कों ने आईआईटी एडवांस में भी सफलता हासिल की है। इस सफलता को पत्थरबाजों को दिए जाने वाले माकूल जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। आर्मी चीफ रावत ने इन युवाओं से अपील की है कि युवा आगे बढ़कर खुद ही अपना रास्ता बनाएं। कश्मीर के विकास के लिए काम करें

इंडियन आर्मी की सुपर 40 कश्‍मीरी पत्थरबाजों को दे रही जवाब,28 बच्‍चों ने क्रैक किया iit jee 2017

 

78 परसेंट सक्सेस रेट
78 परसेंट सक्सेस रेट के साथ कश्मीर सुपर 40 अब आईआईटी के बेहतरीन कोचिंग सेंटर्स में शामिल हो गया है। सुपर 40 की क्लास श्रीनगर में आर्मी के प्रशिक्षण सहभागी, सेंटर फॉर सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड लर्निंग और पेट्रोनेट एलएनजी द्वारा साल 2013 से चलाई जा रही हैं। इसे अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। यहां पूरे प्रदेश से मेधावी छात्र/छात्रा पढऩे के लिए आते हैं।


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अशांति के बाद भी नहीं रुकी कोचिंग
कोचिंग के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्णमूर्ति सिंह ने बताया कि कश्मीर में अशांति के बावजूद कोचिंग का संचालन जारी रहा। इस बार कश्मीर घाटी से 5 लड़कियों का पहला बैच था। उन्हें दिल्ली में कोचिंग दी गई। इनमें से दो लड़कियों ने मेन्स परीक्षा भी पास की। उन्होने बताया कि कश्मीर के भीतर होने वाले उथल-पुथल की वजह से कोचिंग चलने में काफी परेशानी हुई। कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि जुलाई 2016 के बाद घाटी में आंतरिक अशांति और चुनौतियां आईं। इसके बावजूद बच्चों को तय शेड्यूल के मुताबिक ही क्लासेस दी गईं।

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इस प्रमुख योजना के तहत आर्मी द्वारा अप्रैल से मई के बीच पूरे राज्य में विभिन्न कॉलेजों प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू के जरिए बच्चे चुने जाते हैं। उन्हें नि:शुल्क कोचिंग और आवास दिया जाता है। इसका पूरा खर्च पेट्रोनेट एलएनजी की सीएसआर पहल के तहत उठाया जाता है। इस सफलता को देखते हुए आर्मी के इस कोचिंग प्रोग्राम में अब 50 बच्चों को भर्ती करने की योजना है। आर्मी द्वारा की गई इस पहल का उद्देश्य जम्मू और कश्मीर के प्रतिभाशाली लेकिन वंचित बच्चों को करियर में आगे बढऩे के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करना है।

 

 9 साउथ कश्मीर के सफल स्टूडेंट हैं

10 नॉर्थ कश्मीर के स्टूडेंट सफल हुए हैं।

7 कारगिल/लद्दाख के स्टूडेंट सफल हुए हैं।

2 जम्मू क्षेत्र के स्टूडेंट सफल हुए हैं।


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