वाशिंगटन (एएनआई)। एलन मस्क ने मंगलवार को कहा कि वह अपने 44 बिलियन अमरीकी डालर ट्विटर डील पर तभी आगे बढ़ेंगे, जब माइक्रोब्लॉगिंग कंपनी यह साबित करने में सक्षम होगी कि उसके 5 प्रतिशत से कम यूजर बॉट्स हैं। मस्क ने ट्वीट किया कि 20 परसेन्‍ट नकली/स्पैम खाते है। जबकि यह ट्विटर के दावों का 4 गुना से बहुत अधिक हो सकता है। मेरा प्रस्ताव ट्विटर के एसईसी फाइलिंग के एक्यूरेट होने पर आधारित था। कल, ट्विटर के सीईओ ने सार्वजनिक रूप से 5 परसेन्‍ट से कम होने का सबूत दिखाने से इनकार कर दिया। जिसके कारण मैं यह डील आगे नहीं बढ़ा सकता।


आने वाले स्पैम ह्यूमन और ऑटोमेशन के होगें कॉम्बिनेशन
उनका ट्वीट एक ट्विटर यूजर के जवाब में आया, जिन्होंने लिखा था कि अरबपति उद्यमी एक बेहतर सौदे की तलाश में हो सकता है क्योंकि 44 बिलियन अमरीकी डालर की राशि 20 प्रतिशत उपयोगकर्ताओं के नकली या स्पैम खातों के लिए बहुत अधिक लगती है। यह ट्वीट कंपनी और मस्क के बीच स्पैम विवाद को लेकर चल रही बहस के बीच ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल द्वारा कई ट्वीट्स जारी करने के एक दिन बाद आया है। अग्रवाल ने सोमवार को इस बात पर जोर दिया कि कंपनी ने हर एक दिन में जितना संभव हो सके स्पैम का पता लगाने और हटाने के लिए जोरदार प्रोत्साहन दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि अगले स्‍पेम सिर्फ बाइनरी नही होगें। आने वाले स्पैम मोस्ट एडवांस होंगे जो ह्यूमन और ऑटोमेशन का कॉम्बिनेशन होगा।
शेयरों में 20 फीसदी की आई है गिरावट
ट्विटर के प्रमुख ने कहा कि यह कठिन चुनौती है कि कई खाते जो नकली लगते हैं। पर वास्तव में वास्तविक लोग होते हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि कुछ स्पैम खाते जो वास्तव में सबसे खतरनाक हैं जो हमारे यूजर को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन वह पूरी तरह से वैध लग सकते हैं। मस्क ने पिछले हफ्ते कहा था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने की डील फर्जी अकाउंट की गणना के चलते रोक दी गई है। इस ऐलान के बाद शुरुआती कारोबार में ट्विटर के शेयरों में 20 फीसदी की गिरावट आई है।

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