ओपी सिंह को नया डीजीपी बनाने का फैसला
31 दिसंबर को सुलखान सिंह के रिटायर होने के बाद से यूपी में डीजीपी का पद खाली है। राज्य सरकार ने इससे एक दिन पहले ओपी सिंह को नया डीजीपी बनाने का फैसला लेते हुए केंद्र सरकार से उन्हें रिलीव कर वापस यूपी कैडर भेजने का अनुरोध किया था। सूत्रों की माने तो राज्य सरकार ने उनकी नियुक्ति को हरी झंडी देने के लिए पीएमओ से अनुरोध किया था। 18 दिनों तक पीएमओ की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद ओपी सिंह को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे।
पीएमओ और गृह मंत्री नही हो रहा राजी
हालांकि अब साफ हो गया है कि पीएमओ और गृह मंत्रालय ने ओपी सिंह को यूपी भेजने के प्रस्ताव को ठुकराने का फैसला किया है। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो पीएमओ और गृह मंत्री राजनाथ सिंह दोनों देश के सबसे बड़े राज्य में ओपी सिंह को डीजीपी बनाने के पक्ष में नहीं थे। पिछले दिनों डीजीपी के सम्मेलन में ओपी सिंह के सामने ही उनके सोशल मीडिया पर छाने को लेकर टिप्पणी की थी।
डीजीपी तलाश की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू
प्रधानमंत्री का इशारा सोशल मीडिया पर वायरल हुए गाने को लेकर था। कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी को नकारात्मक माना था। वहीं ओपी सिंह का पत्ता कटने के बाद यूपी में डीजीपी की तलाश की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू हो गई है। इसमें एसएसबी के डीजी रजनीकांत मिश्रा और यूपी के डीजी इंटेलिजेंस भवेश कुमार सिंह के नाम की चर्चा जोरों पर है। सूत्रों के अनुसार इस संबंध में अगले हफ्ते तक कोई फैसला होने की उम्मीद है।जानें क्यों नदी में कूदी थीं आनंदीबेन पटेल, गुजरात की ये पूर्व CM अब बनेंगी मध्यप्रदेश की राज्यपाल
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