क्या है मामला
बुधवार रात को एक संवाददाता सम्मेलन में जानकारी देते हुए लड़की ने बताया कि कानो के पूर्व में स्थित बाउची में बोको हराम के शिविर में उसने कई लोगों को जिंदा दफन देखा. यहीं उसके पिता ने उसे चरमपंथियों के हवाले कर दिया था. गौरतलब है कि नाइजीरिया में हाल के महीनों में लड़कियों और युवा महिलाओं की ओर से आत्मघाती विस्फोट की कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इस महीने की 10 तारीख को दो लड़कियों की ओर से कानो के कपड़ा बाजार में किए गए विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल भी हो गए थे.

जब लड़की ने मना किया फिदायीन बनने से  
लड़की ने यह भी बताया कि चरमपंथियों ने उससे पूछा कि क्या वह जन्नत में जाना चाहती है. उसके हां कहने पर बताया गया कि उसे एक फिदायीन बनना होगा. उसने कहा, मुझे बताया गया कि जन्नत में जाने के लिए मुझे मरना होगा, मुझे एक बम विस्फोट करना होगा, मैंने कहा, 'मैं यह नहीं कर सकती.' इसके बाद चरमपंथियों ने मारने की धमकी देकर उसे विस्फोटकों से लदा बनियान पहनने को मजबूर किया. उसने कहा मैं जिंदा दफन किए जाने से डर गई थी.

एक टैक्सी ड्राइवर लेकर आया अस्पताल
उधर, पुलिस अधीक्षक एडिनल शिनाबा ने बताया कि इस लड़की को अस्पताल से गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि उसके पांव में कई जख्म थे. एक टैक्सी ड्राइवर उसे अस्पताल लेकर आया था. उसी ड्राइवर ने पुलिस को मामले की पूरी जानकारी भी दी. शिनाबा ने बताया कि लड़की अभी फिलहाल हिरासत में है. जांच भी अभी जारी है, लेकिन पुलिस उसके पिता को तलाश नहीं पाई है.

बीते पांच सालों में मारे गए हजारों लोग
पश्चिमी अफ्रीकी देश में सक्रिय बोको हराम अप्रैल में चिबूक शहर के एक स्कूल से 276 लड़कियों को बंधक बनाने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आया था. इनमें 219 लड़कियां अभी लापता हैं. इस संगठन के उदय के बाद से नाइजीरिया में पिछले पांच साल में हजारों लोग मारे जा चुके हैं और दस लाख से ज्यादा विस्थापित हुए हैं. अफ्रीका की सर्वाधिक आबादी वाला देश नाइजीरिया मुख्य रूप से दो हिस्सों में विभाजित है. उत्तर में मुस्लिम और दक्षिण में मुख्य रूप से ईसाई रहते हैं.

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