1 . कैसे हैं वहां काम करने वाले लोग
सबसे पहले आपका ये देखना जरूरी होगा कि कंपनी में आपके साथ काम करने वाले लोग कैसे हैं। आपके मैनेजर, कलीग्स सबका नेचर और काम करने का तरीका कैसा है। उनके बिहेवियर के बीच आप वहां खुद को एडजस्ट कर पाएंगे। इंटरव्यू देते समय आपने इंटरव्यू लेने वालों के स्वभाव को तो बहुत हद का जज किया ही होगा। क्या उनका आपके साथ दोस्ती भरा रवैया था। क्या उन्होंने उस दौरान आपको आपके रोल और काम के बारे में कुछ बताया।
2 . काम करने का माहौल
एक कॉरपोरेट सेटअप, सरकारी ऑफिस, एक नॉन प्रॉफिट ऑग्रेनाइजेशन, इन सभी का वातावरण और काम करने का कल्चर बेहद अलग होता है। आप अगर कॉम्पटीटिव माहौल में काम करने के आदी हैं तो आप कॉरपोरेट कल्चर को चुनिए। कुछ इसी तरह आपको आपके काम करने के नेचर के हिसाब से अपने जॉब को चुनना होगा। जानना होगा कि आप जहां काम करने जा रहे हैं वहां का माहौल कैसा है।
3 . स्टेबिलिटी
जॉब ज्वाइन करने से पहले आप पूरी तरह से फ्री हैं अपने काम से जुड़े पेंडिंग वर्क, कंपनी के मेजर प्रोजेक्ट्स के बारे में सबकुछ जानने के लिए। आपका ये जानना भी बहुत जरूरी होगी कि जिस पोस्ट पर आपने ज्वाइन किया है उसके आसपास तुरंत कोई रिक्रूटमेंट तो नहीं होना। जवाब अगर नहीं में मिलता है तो मान लीजिए कि आपकी जॉब लंबे समय के लिए सिक्योर है।
4 . कैसा है आपका पैकेज
ज्वाइन करने से पहले आपको सिर्फ अपने सैलरी पैकेज के बारे में ही नहीं मालूम करना है। इसके साथ ही ये भी मालूम करना है कि आपके पैकेज में बढ़ोतरी का पर्सेंटेज क्या होगा। इसके बाद आपको आपके सैलरी पैकेज में सबसे पहले से मालूम करना होगा कि आपसे डिस्कशन के बाद आपकी इन हैंड सैलरी कितनी रखी गई है। इसके अलावा सैलरी के साथ कोई बोनस प्लान भी है क्या। इसके बाद नंबर आता है ये जानने का कि आपकी परफॉर्मेंस के हिसाब से कैसे और कब आपकी सैलरी रिव्यू होगी।
5 . देखने होंगे काम करने के घंटे
इस बात को जानना तो आप भूल ही नहीं सकते। ज्वाइन करने से पहले ये जरूर जान लीजिए कि आपके रोजाना करने के काम करने के क्या घंटे होंगे। मसलन कि आपको कितने घंटे काम करने के लिए देने होंगे। आपका बॉस आपको शाम को कितने बजे तक ऑफिस में देखना चाहता है। इसके अलावा वीकेंड पर आपको क्या कुछ रियायत मिलेगी। सिर्फ यही नहीं ये भी जान लीजिए कि काम करने के दौरान आप फोन पर बात कर सकते हैं या नहीं।
6 . अगले पांच साल में आप होंगे कहां
इंटरव्यू लेते समय इंटरव्यूवर से ये मालूम करना मत भूलिएगा कि फर्म की ओर से उसके एमप्लॉई के लिए क्या दिया जाएगा। कुल मिलाकर आपको ये मालूम करना है कि नौकरी करते समय अगले पांच साल में आप कहां होंगे।
7 . अगर घूमने का जॉब है तो
आपका जॉब अगर घूमने वाला है तो ये जरूर मालूम करिएगा कि आपको पूरे महीने में कितना सफर करना होगा। इसके साथ ही ये भी मालूम करिएगा कि कितनी बार आपको शहर के बाहर जाना पड़ेगा। ऐसे में रिम्बर्समेंट वर्क एक्सपेंस आपको कैसे और कितना मिलेगा। आप कंपनी की ट्रैवेल पॉलिसी की कॉपी भी देखने को मांग सकते हैं। इसी के साथ आप कंपनी की ट्रांसफर पॉलिसी को भी अच्छी तरह जान लें।
8 . अपनी टीम को अच्छे से जान लें
आखिर में आपको आपकी टीम के साथ ही काम करना होगा। ऐसे में जरूरी होगा कि आप अपने टीम मेट्स को सबसे पहले जान लें। सुबह की शुरुआत हो या ऑफिस से छुट्टी का टाइम आपको आपके कलीग्स के बीच ही उठना-बैठना है। उनके नेचर से खुद को एडजस्ट करना आपके लिए बहुत जरूरी होगा।
Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk
Interesting News inextlive from Interesting News Desk