1. अंतरिक्ष से दिखती है चीन की दीवार :
चीन की दीवार दुनिया में सबसे लंबी है, यह तो आपको पता होगा। लेकिन क्या यह अंतरिक्ष से भी नजर आती है। बिल्कुल नहीं...जहां कहीं भी आपने यह पढ़ा है, पूरी तरह से गलत है। चीन की दीवार ही क्या अंतरिक्ष से पृथ्वी में स्िथत कुछ भी नहीं दिखता।
2. सूरज का रंग पीला है :
पृथ्वी पर वातावरण है। सूर्य प्रकाश वातावरण की परतों से गुजरता हुआ प्रकिर्णन के प्रभाव से लाल, केसरिया और पीला दिखायी देता है। अंतरिक्ष मे वातावरण नही है इसलिये सूर्य सफेद दिखायी देता है।
3. एक दिन में पृथ्वी का चक्कर पूरा कर लेता है चंद्रमा :
चंद्रमा काफी तेज चाल में चलता है यह तो आपको पता है लेकिन यह एक दिन में पृथ्वी का चक्कर लगा लेता है यह पूरी तरह से झूठ है। चंद्रमा को यह चक्कर पूरा करने में कुल 27 दिन लगते हैं। इसी वजह से आपको रोज चंद्रमा की आकृति में बदलाव दिखता है।
4. बुध ग्रह सबसे ज्यादा गर्म है :
बुध ग्रह सबसे गर्म है, इस पर आसानी से विश्वास किया जा सकता है। क्योंकि यह सूर्य के सबसे नजदीक है। लेकिन ऐसा नहीं है। किसी ग्रह के दूर या पास होने से उसके तापमान पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता। ग्रहों के वातावरण में मौजूद गैसों के चलते ग्रह ठंडा या गर्म होता है। बुध से ज्यादा गर्म तो शुक्र है क्योंकि वहां कार्बन डाई ऑक्साइड की भरमार है।
5. स्पेस में कुछ भी लड़ने पर आवाज आती है :
फिल्मों में आपने अक्सर देखा होगा कि स्पेस में कोई दो जहाज लड़ते हैं, तो बहुत तेज आवाज आती है। ऐसा संभव ही नहीं है। आवाज को तैरने के लिए किसी माध्यम यानी हवा की अवाश्यकता होती है। जबकि स्पेस में किसी तरह की कोई गैस या हवा नहीं है। ऐसे में यहां कोई दो वस्तुओं के बीच भिड़त में आवाज नहीं आएगी।
6. बिना सूट पहने अंतरिक्षयात्रियों में हो जाता है विस्फोट :
बिना किसी इक्वीपमेंट के कोई भी एस्ट्रोनॉट स्पेस में सरवाइव नहीं कर सकता। अगर कोई हादसा होता है तो बात अलग है। लेकिन एस्ट्रोनॉट के शरीर में विस्फोट कभी नहीं होता। हां इतना जरूर है कि बिना सूट पहने बाहर निकलते ही शरीर में ब्लड सर्कुलेशन रुक जाएगा और शरीर गुब्बारे की तरह फूल जाएगा।
7. उल्कापिंड बहुत तेजी से जलते हैं :
स्पेस में कोई भी उल्कापिंड हमेशा जमा रहता है। यानी कि वह अंतरिक्ष में इधर-उधर बर्फ की तरह जमा रहकर तैरता रहता है। जैसे ही यह वातावरण में प्रवेश करता है, इसमें आग लग जाती है और यह तेजी से नीचे गिरने लगता है। इसकी स्पीड इतनी होती है कि इसे ज्यादा गर्म होने का समय ही नहीं मिलता।
8. चंद्रमा का आधा हिस्सा रहता है काला :
पृथ्वी के चक्कर लगाने के साथ-साथ चंद्रमा अपनी धुरी पर भी घूमता है। ऐसे में कभी-कभी हम इसका 59 परसेंट हिस्सा ही देख पाते हैं क्योंकि बाकि हिस्से को सूर्य ने ढक लिया होता है।
9. अंतरिक्ष में नहीं होता है गुरुत्वाकर्षण :
अंतरिक्ष में हवा और पानी नहीं है यह तो 100 परसेंट सच है। लेकिन वहां गुरुत्वाकर्षण नहीं है, यह एक मिथ है। दरअसल स्पेस में हर जगह थोड़ी बहुत ग्रेविटी होती है। इसी ग्रेविटी की वजह से चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। यदि गुरुत्वाकर्षण नहीं होता तो चंद्रमा पृथ्वी की कक्षा से आजाद हो चुका होता।
10. सूर्य एक आग का गोला है :
ऊर्जा का यह शक्तिशाली भंडार मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों का एक विशाल गोला है। परमाणु विलय की प्रक्रिया द्वारा सूर्य अपने केंद्र में ऊर्जा पैदा करता है। सूर्य से निकली ऊर्जा का छोटा सा भाग ही पृथ्वी पर पहुँचता है। दरअसल सूर्य से गामा किरणें निकलती हैं जो प्रकाश में परिवर्तित हो जाती हैं।
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