अंडा
प्रोटीन, विटामिन और मिनरल से भरपूर होने के कारण अंडे को पोषक तत्वों का पॉवरहाउस कहा जाता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, एक स्वस्थ इंसान एक दिन में एक अंडा बिना किसी स्वास्थ्य समस्या के खा सकता है।
सोया
सोया कई प्रोटीन स्रोतों की तुलना में बेहतर है, क्योंकि इससे पोषण के अलावा कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होते है। सोया कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, एक स्वस्थ आहार योजना बनाए रखता है और दिल को स्वस्थ रखता है। सोयाबीन से बने खाद्य पदार्थ शाकाहारी प्रोटीन के सर्वोच्च स्रोतों में से एक हैं।
बादाम
नट्स विशेष रूप से बादाम प्रोटीन का उत्कृष्ट स्रोत है। भरपूर मात्रा में प्रोटीन होने के अलावा बादाम विटामिन, मिनरल और फाइबर से भी भरपूर होता है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते है। मिठाई और व्यंजनों में बादाम के इस्तेमाल से यह अतिरिक्त स्वास्यवर्धक और स्वादिष्ट हो जाता है।
संतरा
संतरा स्वास्थय के लिए फायदेमंद फल है। इसमें विटामिन सी, आयरन और पौटेशियम होता है। संतरे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें पाये जाने वाले फ्रुक्टोज, डेक्स्ट्रोज, खनिज और विटामिन शरीर में पहुंचते ही ऊर्जा देना शुरू कर देते हैं। इसके सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है, चुस्ती आती है और त्वचा में निखार आता है।
पनीर
कम फैट वाले संस्करण के कारण पनीर को प्रोटीन का स्वस्थ स्रोत मानते है। इसमें कैल्शियम और विटामिन डी भी अच्छे मात्रा में मैजूद होता हैं। पनीर को आप कच्चा या सब्जियों के रूप में ले सकते हैं।
बीन्स
बीन्स काली, सफेद, लाल, हरी और बहुत अधिक प्रकार की होती है। लेकिन सभी प्रकार की बीन्स में एक बात बहुत कॉमन है वह है प्रोटीन की उच्च मात्रा। स्वाद से भरपूर बीन्स में प्रोटीन के साथ ही फाइबर भी बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसके सेवन से आपको काफी देर तक भरा हुआ सा प्रतीत होता है। जिससे बीन्स आपको वजन कम करने में मदद करता है।
दालें
दाल भारतीय भोजन का अहम हिस्सा है और सभी प्रकार की दालें सेहत के लिए फायदेमंद हैं। दालों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, फास्फोरस और खनिज तत्व पाये जाते हैं। अरहर की दाल में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, विटामिन ए और बी पाये जाते हैं। उड़द की दाल में फास्फोरिक एसिड, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन होता है। मूंग की दाल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट तथा रेशे जैसे तत्व होते हैं। यह कफ और पित्त के रोगियों के लिए फायदेमंद है।
पूर्ण अनाज वाली खिचड़ी
इसे होलग्रेन सीरियल के नाम से भी जाना जाता है। इसमें फाइबर की मात्रा काफी होती है जो आपके शरीर में मध्यम गति से ग्लुकोज की मात्रा को संतुलित करता है। जिससे रंक्त संचार नियंत्रित होता है और एनर्जिक फील करते हो। ये आपके शरीर में फैट एकत्र नहीं होने देता और रक्तचाप को भी संभाल लेता है। इससे चयापचय भी ठीक रहता है।
चॉकलेट मिल्क
बहुत से लोग चॉकलेट मिल्क को जंक फूड मानते हैं जो कि गलत है। चॉकलेट मिल्क से पोटेशियम और सोडियम मिलता है जो शरीर में पानी की 80 प्रतिशत तक कमी को पूरा करता है। इससे मसल्स का फंक्शन और रक्त में एसिडिटी का स्तर संतुलित होता है।
केला
एक केले में 100kcal होता है पर इससे आपको पोषण संबंधी फायदे प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। केले में मैग्नीशियम, पोटेशियम और फाइबर के गुण भी बहुतायत में पाये जाते हैं। इस वजह से आप में एनर्जी बनी रहती है और दिमाग सही और शक्तिशाली तरीके से काम कर पाता है। केले से पाचन शक्ति भी बढ़ती है।